থাকে যদি ওগো তব লহরীতে ত্রাস
তবে যাবে কিসে বারিধির ঐপাশ?
চেষ্টা করে যারা,
জেনো -হয়নি কভু কারো হার।
পুঁচকে পিঁপড়ে নিয়ে শস্যকণা মুখে ।
উঠে, গগনচারী প্রাচীর হয়ে বিমুখে।
পিছলে পড়ে শতবার সে নিচে,
হারতে কি দেখেছো কভু তাকে?
মনের দৃঢ়তায় বাঁচে যে জন।
মজ্জায় মজ্জায় বহে তব হিম্মত।
নেই আরোহের ব্যর্থতায় ক্লেশ তার;
চেষ্টা করে যারা,
জেনো- হয়নি কভু কারো হার।
ডুবুরী যখন যায়গো গভীর পাথারে,
শুন্য হাত লয়ে তব ফেরে বারে বারে।
মুক্তো অন্বেষণ এত যে সহজ নয়;
ব্যর্থতায় তবে সাহস যে দ্বিগুণ হয় ।
ফেরে নাকো সে সদা,
নিয়ে তার খালি হাত ।
চেষ্টা করে যারা,
জেনো- হয়নি কভু কারো হার।
অসফলতা – একটি অভীক্ষা মাত্র ;
কমতি ওগো কিসে তোমার খুঁজো অবিরত ।
শুধিয়া তা আজ করো পরিহার ।
চেষ্টা করে যারা,
জেনো- হয়নি কভু কারো হার।
যতদিন না হতে পারো ওগো জয়ী ,
ত্যাগ করো তব আছে যত তন্দ্রা, আছে যত স্বস্তি।
দ্রঢ়িমায় না হয় যেন কভু ত্রাস;
কিছু করা বৈ হয়না জয়জয়কার।
চেষ্টা করে যারা,
জেনো- হয়নি কভু কারো হার।
মূল রচনা -
लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती,
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।
नन्हीं चींटी जब दाना लेकर चलती है,
चढ़ती दीवारों पर, सौ बार फिसलती है।
मन का विश्वास रगों में साहस भरता है,
चढ़कर गिरना, गिरकर चढ़ना न अखरता है।
आख़िर उसकी मेहनत बेकार नहीं होती,
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।
डुबकियां सिंधु में गोताखोर लगाता है,
जा जा कर खाली हाथ लौटकर आता है।
मिलते नहीं सहज ही मोती गहरे पानी में,
बढ़ता दुगना उत्साह इसी हैरानी में।
मुट्ठी उसकी खाली हर बार नहीं होती,
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।
असफलता एक चुनौती है, इसे स्वीकार करो,
क्या कमी रह गई, देखो और सुधार करो।
जब तक न सफल हो, नींद चैन को त्यागो तुम,
संघर्ष का मैदान छोड़ कर मत भागो तुम।
कुछ किये बिना ही जय जय कार नहीं होती,
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।
ইংরেজি শব্দেঃ
Lehron se Darkar nauka par nahin hoti,
koshish karne walon ki haar nahin hoti,
Nanhi cheenti jab daana lekar chalti hai,
chadhti deewaron par, sau bar phisalti hai.
Man ka vishwas ragon mein saahas bharta hai,
chadhkar girna, girkar chadhna na akharta hai.
Akhir uski mehnat bekar nahin hoti,
koshish karne walon ki haar nahin hoti.
Dubkiyan sindhu mein gotakhor lagata hai,
ja ja kar khali haath lautkar aata hai
Milte nahi sahaj hi moti gehre paani mein,
badhta dugna utsah isi hairani mein.
Muthi uski khali har bar nahin hoti,
koshish karne walon ki haar nahi hoti.
Asaflta ek chunauti hai, ise sweekar karo,
kya kami reh gayi, dekho aur sudhar karo.
Jab tak na safal ho, neend chain ko tyago tum,
Sangharsh ka maidan chhodkar mat bhago tum.
Kuch kiye bina hi jai jaikar nahin hoti,
koshish karne walon ki haar nahin hoti.
[ মূল কবিতার আবৃতি দেওয়া হল ]